जननी शब्द के रूप – Janani ke Shabd Roop in Sanskrit (संस्कृत)

Janani Shabd Roop in Sanskrit
Janani Shabd Roop in Sanskrit

जननी शब्द रूप

जननी (माता) शब्द : इकारान्त स्त्रीलिंग शब्द , इस प्रकार के सभी इकारान्त स्त्रीलिंग शब्दों के शब्द रूप इसी प्रकार बनाते है। उदाहरण के लिए: पति, सखि, हरि, भूपति, अग्नि, अतिथि, अरि, ऋषि, कपि, गिरि, तिथि, जलधि, पाणि, बलि, मुनि, रवि, रश्मि, राशि, विधि, सन्धि आदि।

जननी के रूप (Janani Shabd Roop in Sanskrit)

विभक्ति एकवचन द्विवचन बहुवचन
प्रथमा जननी जनन्यौ जनन्यः
द्वितीया जननीम् जनन्यौ जननीः
तृतीया जनन्या जननीभ्याम् जननिभिः
चतुर्थी जनन्यै जननीभ्याम् जननीभ्यः
पंचमी जनन्याः जननीभ्याम् जननीभ्यः
षष्ठी जनन्याः जनन्योः जननीनाम्
सप्तमी जनन्याम् जनन्योः जननीषु
सम्बोधन हे जननि ! हे जनन्यौ ! हे जनन्यः !

शब्द रूप किसे कहते हैं?

शब्द रूप व्याकरण में किसी शब्द के विभक्ति और वचन के अनुसार होने वाले रूपांतर को कहते हैं। संस्कृत, हिंदी और अन्य भाषाओं में संज्ञा, सर्वनाम, और विशेषण के रूप बदलते हैं, जो उनके शब्द रूप विभक्ति (कारक) और वचन (एकवचन, द्विवचन, बहुवचन) के आधार पर निर्धारित होते हैं।

उदाहरण के लिए: संज्ञा शब्द “बालक के शब्द रूप” अलग-अलग विभक्तियों और वचनों (एकवचन, द्विवचन, बहुवचन) के अनुसार बदलते हैं, जैसे:

  • प्रथमा: बालकः, बालकौ, बालकाः
  • द्वितीया: बालकम्, बालकौ, बालकान्

इकारान्त पुल्लिंग संज्ञा शब्द किसे कहते हैं?

इकारान्त पुल्लिंग संज्ञा शब्द वे शब्द होते हैं जिनके अंत में “ई” स्वर आता है और जो पुल्लिंग (पुरुषलिंग) होते हैं। इस प्रकार के शब्दों का रूप परिवर्तन (विभक्ति) भी इनके “ई” स्वर के आधार पर किया जाता है।

उदाहरण के लिए: पति, सखि, हरि, भूपति, अग्नि, अतिथि, अरि, ऋषि, कपि, गिरि, तिथि, जलधि, पाणि, बलि, मुनि, रवि, रश्मि, राशि, विधि, सन्धि आदि।

विशेषताएँ:

  1. “ई” के कारण इन शब्दों का रूप परिवर्तन (विभक्ति) संज्ञा के लिंग और वचन के आधार पर होता है।
  2. संस्कृत में यह रूप हर इकारांत पुल्लिंग संज्ञा पर लागू होता है, जैसे पति, सखि, हरि इत्यादि।

जननी शब्द रूप याद करने की ट्रिक हिन्दी में

जननी शब्द रूप याद करने के लिए सबसे पहले विभक्तियों (प्रथमा से सम्बोधन तक) और वचनों (एकवचन, द्विवचन, बहुवचन) का क्रम अच्छी तरह समझ लें। किसी शब्द को चार्ट के रूप में लिखकर बार-बार दोहराएं, जिससे उसकी संरचना स्पष्ट हो जाए। इसे वाक्यों में प्रयोग करें, जैसे “रामः वनं गच्छति” (प्रथमा) या “रामं नमामि” (द्वितीया), ताकि याद करने में मदद मिले। शब्दों को उनके लिंग और अंत (अकारांत, इकारांत) के आधार पर समूह बनाकर अध्ययन करें। नियमित अभ्यास, स्मरण और छोटे-छोटे हिस्सों में अध्ययन करना सबसे प्रभावी तरीका है। यदि संभव हो, इसे गाने या कविता की तरह रटें, जिससे याद करना सरल हो जाए।

महत्वपूर्ण शब्द रूप सूची, संस्कृत व्याकरण: शब्द रूप के प्रकार

1. स्वरान्त शब्द रूपलता शब्द रूपमुनि शब्द रूपपति शब्द रूपभूपति शब्द रूपनदी शब्द रूपभानु शब्द रूपधेनु शब्द रूपमधु शब्द रूपपितृ शब्द रूपमातृ शब्द रूपगो शब्द रूपनौ शब्द रूप और अक्षि शब्द रूप

2. व्यञ्जनान्त शब्द रूपराजन् शब्द रूपभवत् शब्द रूपआत्मन् शब्द रूपविद्वस् शब्द रूपचन्द्रमस् शब्द रूपवाच शब्द रूपगच्छत् शब्द रूपपुम् शब्द रूपपथिन् शब्द रूपगिर् शब्द रूपअहन् शब्द रूप और पयस् शब्द रूप

3. सर्वनाम शब्द रूपसर्व शब्द रूपयत् शब्द रूपतत् शब्द रूपएतत् शब्द रूपकिम् शब्द रूपइदम् शब्द रूप (सभी लिङ्गों में), अस्मद् शब्द रूपयुष्मद शब्द रूपअदस् शब्द रूपईदृश शब्द रूपकतिपय शब्द रूपउभ शब्द रूप और कीदृश शब्द रूप

4. संख्या शब्द रूपएक शब्द रूपद्वि शब्द रूपत्रि शब्द रूपचतुर् शब्द रूपपञ्चन् शब्द रूप आदि।

और अधिक शब्द रूप पढिएBalak shabd roopLata shabd roopAsmad shabd roopNadi shabd roopRam shabd roopBalika shabd roopKim shabd roop आदि।

You May Also Like

Shabd Roop

Shabd Roop (शब्द रूप): Sanskrit Shabd Roop, List, Table, Trick

Saptan, Saat Shabd Roop in Sanskrit

सप्तन् (सात) के शब्द रूप, संख्यावाची | Saptan/Saat Ke Shabd Roop in Sanskrit (संस्कृत)

Ashtan, Aath Shabd Roop in Sanskrit

अष्टन् (आठ) के शब्द रूप, संख्यावाची | Ashtan/Aath Ke Shabd Roop in Sanskrit (संस्कृत)

Shash, Chhay Shabd Roop in Sanskrit

षष् (छय) के शब्द रूप, संख्यावाची | Shash/Chhay Ke Shabd Roop in Sanskrit (संस्कृत)

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *