चन्द्रमस् (चंद्रमा) शब्द रूप
चन्द्रमस् शब्द (चंद्रमा): सकारांत पुल्लिङ्ग शब्द, चन्द्रमस् (Chandramas) शब्द सकारान्त पुल्लिङ्ग् संज्ञा शब्द है। सभी सकारान्त पुल्लिङ्ग् संज्ञाओ के रूप इसी प्रकार बनते हैं, जैसे- चन्द्रमस्, तस्थिवस्, नभस्, वेधस्, श्रेयस् आदि। चन्द्रमस् शब्द के रूप संस्कृत में सभी विभक्तियों एवं वचनों में नीचे दिए गए हैं।
चन्द्रमस् के शब्द रूप: Chandramas, Chandrama Shabd Roop in Sanskrit
विभक्ति | एकवचन | द्विवचन | बहुवचन |
---|---|---|---|
प्रथमा | चन्द्रमाः | चन्द्रमसौ | चन्द्रमसः |
द्वितीया | चन्द्रमसम् | चन्द्रमसौ | चन्द्रमसः |
तृतीया | चन्द्रमसा | चन्द्रमोभ्याम् | चन्द्रमोभिः |
चतुर्थी | चन्द्रमसे | चन्द्रमोभ्याम् | चन्द्रमोभ्यः |
पंचमी | चन्द्रमसः | चन्द्रमोभ्याम् | चन्द्रमोभ्यः |
षष्ठी | चन्द्रमसः | चन्द्रमसोः | चन्द्रमसाम् |
सप्तमी | चन्द्रमसि | चन्द्रमसोः | चन्द्रमःसु/चन्द्रमस्सु |
सम्बोधन | हे चन्द्रमः ! | हे चन्द्रमसौ ! | हे चन्द्रमसः ! |
चन्द्रमस् शब्द का अर्थ/मतलब
चन्द्रमस् शब्द का अर्थ चंद्रमा, Moon होता है। चन्द्रमस् शब्द सकारांत शब्द है।
सकारांत पुल्लिंग संज्ञा शब्द किसे कहते हैं?
सकारांत पुल्लिंग संज्ञा शब्द वे शब्द होते हैं जिनके अंत में “स” अक्षर आता है और उनका लिंग पुल्लिंग होता है। संस्कृत में ऐसे शब्द विभक्ति और वचन के अनुसार अपने रूप बदलते हैं। उदाहरण के रूप में: चन्द्रमस्, तस्थिवस्, नभस्, वेधस्, श्रेयस् आदि।
शब्द रूप किसे कहते हैं?
शब्द रूप का तात्पर्य एक शब्द के विभिन्न रूपों से है। किसी शब्द में विभक्ति और वचन के आधार पर जो परिवर्तन होता है, उसे “शब्द रूप” कहा जाता है। यह व्याकरण का एक महत्वपूर्ण अंग है, जो यह बताने में सहायता करता है कि किसी शब्द का प्रयोग वाक्य में किस प्रकार और किस रूप में किया जाना चाहिए।
उदाहरण के लिए: संज्ञा शब्द “बालक के शब्द रूप” अलग-अलग विभक्तियों और वचनों (एकवचन, द्विवचन, बहुवचन) के अनुसार बदलते हैं, जैसे:
- प्रथमा: बालकः, बालकौ, बालकाः
- द्वितीया: बालकम्, बालकौ, बालकान्
शब्द रूप याद करने से संस्कृत भाषा को सही ढंग से समझने और उपयोग करने में मदद मिलती है।
महत्वपूर्ण शब्द रूप सूची, संस्कृत व्याकरण: शब्द रूप के प्रकार
1. स्वरान्त शब्द रूप: लता शब्द रूप, मुनि शब्द रूप, पति शब्द रूप, भूपति शब्द रूप, नदी शब्द रूप, भानु शब्द रूप, धेनु शब्द रूप, मधु शब्द रूप, पितृ शब्द रूप, मातृ शब्द रूप, गो शब्द रूप, नौ शब्द रूप और अक्षि शब्द रूप।
2. व्यञ्जनान्त शब्द रूप: राजन् शब्द रूप, भवत् शब्द रूप, आत्मन् शब्द रूप, विद्वस् शब्द रूप, चन्द्रमस् शब्द रूप, वाच शब्द रूप, गच्छत् शब्द रूप, पुम् शब्द रूप, पथिन् शब्द रूप, गिर् शब्द रूप, अहन् शब्द रूप और पयस् शब्द रूप।
3. सर्वनाम शब्द रूप: सर्व शब्द रूप, यत् शब्द रूप, तत् शब्द रूप, एतत् शब्द रूप, किम् शब्द रूप, इदम् शब्द रूप (सभी लिङ्गों में), अस्मद् शब्द रूप, युष्मद शब्द रूप, अदस् शब्द रूप, ईदृश शब्द रूप, कतिपय शब्द रूप, उभ शब्द रूप और कीदृश शब्द रूप।
4. संख्या शब्द रूप: एक शब्द रूप, द्वि शब्द रूप, त्रि शब्द रूप, चतुर् शब्द रूप, पञ्चन् शब्द रूप आदि।
और अधिक शब्द रूप पढिए: Balak shabd roop, Lata shabd roop, Asmad shabd roop, Nadi shabd roop, Ram shabd roop, Balika shabd roop, Kim shabd roop आदि।