वीपीएन (VPN) क्या होता है? क्या यह गैर कानूनी है?

VPN
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वीपीएन का अर्थ है वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क। यह एक तरह का सॉफ्टवेयर है जो मोबाइल व कंप्यूटर दोनो में इंस्टाल किया जा सकता है।

वीपीएन (VPN)

बीपीएन एक इंटरफ़ेस के तरह काम करता है तो आपके सिस्टम के होस्ट सर्वर को कोई भी साईट के सर्वर से जोड़ सकता है। यह एक प्राईवेट नेटवर्क है पब्लिक नेटवर्क उपयोग कर के रिमोट साइट्स से उपयोगकर्ता से जोड़ता है।

जब हम मोबाइल से कोई कीवर्ड सर्च करते है तो उसकी रिक्वेस्ट हमारे आईएसपी(इनटरनेट सर्विस प्रोवाइडर) जैसे जिओ, एयरटेल, वोडाफोन आदि के पास जाती है। फिर वो हमे आगे उस कीवर्ड के रिजल्ट से जोड़ते है। कई बार हमारे आईएसपी द्वारा या सरकार द्वारा कुछ वेबसाइट को ब्लॉक कर दिया जाता है। ताकि हम उसे नही देख पाए। तब हम वीपीएन का प्रयोग कर उन वेबसाइट को देख सकते है।

जब हम वीपीएन के माध्यम से कोई प्रतिबंधित सामग्री सर्च करते है तो वीपीएन हमे सीधा अपने सर्वर से जो कि किसी और देश जैसे फ़्रांस, रूस या अमेरिका में है उससे जोड़ता है। हमारे आईएसपी को लगता है कि आप सिर्फ किसी अन्य देश के सर्वर से जुड़ना चाहते हो।

वीपीएन हमारा ढूढ़ा जाने वाला कीवर्ड को एन्क्रिप्ट कर पैकेटस में बांट देता है। जिसे आईएसपी इसे नही पढ़ पता और वो हमें वीपीएन के सर्वर से जोड़ देता है।

अब जो चीज़ यहाँ प्रतिबंधत है वो अमेरिका या रूस में नही। तो वो सामग्री हम देख सकते या डाऊनलोड कर सकते है। अब जब सर्वर आपको सर्च किये सामग्री का रिजल्ट दिखा रहा है तो हमारे आईएसपी को यही लगता है कि आप सिर्फ एक ही सर्वर पर काम कर रहे हो।

हैकर्स इसी का इस्तेमाल बडे रूप में करते है वो एक साथ कई सर्वर का इस्तेमाल करते है ताकि उनकी लोकेशन लगातार बदलती रहे। जैसा कि हम टोर प्रोजेक्ट में देखते है।

इंटरफेस क्या है ?

मतलब आप और इंटरनेट के बीच में जो एक माध्यम बना, यहां उसे इंटरफेस कहा जाता है। फिर सवाल आएगा कि जावा जैसे प्रोग्राम तो पहले से ही इंटरफ़ेस उपयोग करते हैं, फिर वीपीएन क्या अधिक किया।

तो यहां समझना पड़ेगा, जावा इंटरफ़ेस प्रोग्रामिंग के लिए और कॉड बनाने के लिए है। आप को आउटपुट( सूचना) अंत में क्या मिलेगा और वो जिस नेटवर्क से आयेगा उसकी सूचना कैसे जतायत करेगा उस पर प्रोग्रामिंग इंटरफेस का कोई अधिकार नहीं रहता। तो बीपीएन एक ऐसा वर्चुअल निजी नेटवर्क तयार करता है जो सुरक्षित रूप से बाहरी साइटों को आपके सिस्टम तक पहुंचाता और उसे हैकर आदि से बचाए रखता है।

इस लिए बीपीएन को कहा जाता है (virtual private network)।

अब प्रश्न के दूसरे भाग में आते हैं। क्या भारत में बीपीएन गैर कानूनी है?

नहीं। भारत में बीपीएन गैर कानूनी नहीं है, बैध है।

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