जनजाति (tribe) वह सामाजिक समुदाय है जो राज्य के विकास के पूर्व अस्तित्व में था या जो अब भी राज्य के बाहर हैं। जनजाति वास्तव में भारत के आदिवासियों के... Read More !
Arthik Shabdawali काला धन जिस धन का कोई हिसाब नहीं होता, जिस पर आयकर व सम्पत्ति कर नहीं दिया जाता, उसे काला धन कहते हैं। सामान्य भाषा में जिस धन... Read More !
भारत की नदियां Rivers of India in Hindi उद्गम के आधार पर भारत की नदियों को दो, वर्गों में बाँटा जाता है- उत्तरी भारत की नदियाँ इनमें तीन सिन्धु बेसिन,... Read More !
भारत में सिंचाई के साधन – जल संसाधन : कुल कृषि भूमि के लगभग 72 प्रतिशत भाग पर की जाने वाली कृषि वर्षा पर ही निर्भर करती है। कुल सिंचित... Read More !
भारत की प्रमुख फसलें भारत में प्रमुख रूप से तीन प्रकार की फसलें उगाई जाती हैं- रबी की फसल यह फसल अक्टूबर-नवम्बर में बोई जाती है और मार्च-अप्रैल में काटी जाती है। इसकी मुख्य... Read More !
किसी विशेष क्षेत्र में भारी मात्रा में सामान का निर्माण/उत्पादन या वृहद रूप से सेवा प्रदान करने के मानवीय कर्म को उद्योग (industry) कहते हैं। उद्योगों के कारण गुणवत्ता वाले... Read More !
भारत में खनिज सम्पदा का विशाल भंडार है क्योंकि इसकी भूगर्भिक संरचना में प्राचीन दृढ़ भूखण्डों का बड़ा योगदान है, इसलिए यहाँ लगभग सभी प्रकार के खनिज मिलते हैं। भारत... Read More !
आज इस पोस्ट में आपको भारत के प्रमुख संस्थान व उनके मुख्यालय के बारे में बताया जाएगा। भारत के प्रमुख संस्थान व उनके मुख्यालय के बारे में अक्सर एग्जाम में... Read More !
कुछ प्रसिद्ध चित्रों के चित्रकार बाज – उस्ताद मंसूर उस्ताद मंसूर सत्रहवीं सदी के मुगल चित्रकार और दरबारी कलाकार थे। वह जहाँगीर के शासनकाल के दौरान बड़ा हुआ, उस अवधि के... Read More !
संगीत की शैलियाँ तथा गायक कर्नाटक संगीत शैली मंसूर. श्रीनिवास अय्यर, सेमनगुडी, पालघाट राम भागवतर, अरिकुड़ी रामानुज आयंगर, पलनिसुब्बुड, महाराजपुरम्, विश्वनाथ अय्यर, दक्षिणीमूर्ति पिल्लै। कर्नाटक संगीत या संस्कृत में कर्णाटक... Read More !