ऐंग्स्ट्रॉम (Angstrom) दूरी का मात्रक होता हैं। भौतिकी में मापन के लिए हमें बहुत छोटी छोटी लम्बाइयों से लेकर बहुत बड़ी-बड़ी दूरियों के अध्ययन की आवश्यकता पड़ती है। बहुत छोटी व बहुत बड़ी दूरियो (अथवा लम्बाइयो) को व्यक्त करने के लिये हम विशेष मात्रकों का प्रयोग करते हैं। जैसे – माइक्रोन, एंग्स्ट्रोम, प्रकाश वर्ष, पारसेक, खगोलीय इकाई आदि।
ऐंग्स्ट्रॉम (Angstrom)
परमाणवीय (atomic) तथा नाभिकीय (nuclear) भौतिकी मे लम्बाई का और भी सूक्ष्म मात्रक प्रयोग होता है। इसे ‘ऐग्स्ट्रॉम’ कहते है तथा इसे Å से प्रदर्शित करते है। यह प्रकाश की तरंगदैर्ध्य (𝛌) तथा परमाणु के आकार को व्यक्त करने हेतु प्रयुक्त होता है।
ऐग्स्टॉम (Å), माइक्रोन(µ) का दस-हजारवाँ भाग होता है।
- 1 ऐग्स्ट्रॉम (Å) = 10-4 माइक्रोन (µ) = 10-10 मीटर
- 1 ऐक्स-रे मात्रक =10-13 मीटर
विज्ञान में मात्रकों की एस॰ आई॰ प्रणाली में दूरी का मात्रक “मानक मीटर“, द्रव्यमान का मात्रक “मानक किलोग्राम“, समय का मात्रक “मानक सेकंड“, वैद्युत धारा का मात्रक “एम्पियर“, ताप का मात्रक “केल्विन“, तथा ज्योति-तीव्रता का मात्रक “कैन्डला” है।
मात्रकों से संबन्धित अन्य लेख
यह चैप्टर भौतिक विज्ञान के मापन का ही एक हिस्सा है, मापन चैप्टर से संबन्धित अन्य लेख इस प्रकार हैं-
- मूल मात्रक तथा व्युत्पन्न मात्रक में अंतर
- मानक मीटर (दूरी का मात्रक)
- मानक किलोग्राम (द्रव्यमान का मात्रक)
- मानक सेकण्ड – परमाणुक घड़ी
- एम्पियर (विद्युत धारा का मात्रक)
- केल्विन (ताप का मात्रक)
- कैन्डेला (ज्योति-तीव्रता का मात्रक)
- माइक्रोन (दूरी का मात्रक)
- एंग्स्ट्रोम (दूरी का मात्रक)
- प्रकाश बर्ष (दूरी का मात्रक)
- पारसेक (दूरी का मात्रक)
- खगोलीय इकाई (दूरी का मात्रक)
- महत्वपूर्ण मात्रक और उनके संकेत
- दस की विभिन्न घातों के प्रतीक