Vigyan Ki Shakhayen (विज्ञान की शाखाएं)
# | विवरण | विज्ञान की शाखा |
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1. | वनस्पतियों तथा जीव-जंतुओ से सम्बन्धित विज्ञान | बायोलॉजी |
2. | पुरातत्त्व सम्बन्धी विज्ञान की शाखा | आरकियोलॉजी |
3. | खगोलीय पिंडों की गति, संगठन आदि का अध्ययन करने वाला विज्ञान | ऐस्ट्रोनॉमी |
4. | सौंदर्यशास्त्र का अध्ययन करने वाला विज्ञान | एस्थेटिक्स |
5. | जीवों के आनुवांशिक लक्षणों के पीढ़ी-दर पीढ़ी हस्तांतरण की प्रक्रिया का अध्ययन करने वाला विज्ञान | जेनेटिक्स |
6. | भू-गर्भ सम्बन्धी अध्ययन | जीयोलॉजी |
7. | शिलालेख सम्बन्धी ज्ञान का अध्ययन | एपीग्राफी |
8. | अस्थियों की विकलांगता व उपचार का अध्ययन करने वाला विज्ञान | ओर्थोपीडिक्स |
9. | मानव शरीर की नाड़ियों या तंत्रिकाओं का अध्ययन करने वाला विज्ञान | न्यूरोलॉजी |
10. | पुराने सिक्कों का अध्ययन करने वाला विज्ञान | न्यूमिसमैटिक्स |
11. | विज्ञान की इस शाखा के अंतर्गत स्वर-ध्वनियों का अध्ययन किया जाता है। | फोनेटिक्स |
12. | इस शाखा के अंतर्गत भाषा-विज्ञान का अध्ययन किया जाता है। | फिलोलॉजी |
13. | इस शाखा के अंतर्गत मनोविज्ञान का अध्ययन किया जाता है। | साइकोलॉजी |
14. | यह शाखा जल-विज्ञान से सम्बन्धित है। | हाइड्रोलॉजी |
15. | दवाओं के निर्माण से सम्बन्धित चिकित्सा विज्ञान की एक शाखा | फार्मोकोलॉजी |
जन्तु विज्ञान की शाखाएँ (Branches of Zoology)
- एनाटोमी – शरीर एवं विविध अंगो की विच्छेदन द्वारा प्रदर्शित सकल रचना
- एंथ्रोपोलॉजी – मानव जाति के सांस्कृतिक विकास का अध्ययन
- एंजिओलॉजी – परिसंचरण तंत्र का अध्ययन
- एयरोबॉयोलॉजी – उड़ने वाले जंतुओं का अध्ययन
- एरेकनोलॉजी – मकड़ियों का अध्ययन
- बायोमेट्रिक्स – जीव विज्ञान के प्रयोगों के विभिन्न परिणामों का सांख्यिकी विश्लेषण व अध्ययन
- साइकोबायोलॉजी – जंतुओं की मनोवृत्ति का अध्ययन
- जूजियोग्राफ़ी – पृथ्वी पर जंतुओं के वितरण का अध्ययन
- पेलियेन्टोलॉजी – जीवाश्मों का अध्ययन
- फाइलोजेनी – जाती के उद्विकास का इतिहास
- आन्टोजेमी – जीवन वृत्ति का अध्ययन
- ट्राफोलॉजी – पोषण विज्ञान
- प्रोटोजोआलॉजी – प्रोटोजोआ का अध्ययन
- रेडियोलॉजी – जीवों पर विकिरण प्रभाव का अध्ययन
- सार्कोलॉजी – पेशियों का अध्ययन
- सिन्डेस्मोलॉजी – कंकाल संधियों एवं स्नायुओं का अध्ययन
- सिरोलॉजी – रुधिर सीरम का अध्ययन
- टेक्टोलॉजी – शरीर के रचनात्मक संघटन का अध्ययन
- टेक्सोनॉमी – जीवजातियों के नामकरण एवं वर्गीकरण का अध्ययन
- टटोलॉजी – उपार्जित लक्षणों का अध्ययन
- टॉक्सिकोलॉजी – जंतुओं के लिए विषैले पदार्थों और शरीर पर इनके प्रभावों का अध्ययन
- एन्जाइमोलॉजी – उत्प्रेरकों का अध्ययन
- एंटोमोलॉजी – कीट पतंगों का अध्ययन
- जेनेटिक्स – जीवों के आनुवंशिक लक्षण एवं उनकी वंशागति का अध्ययन
- हिस्टोलॉजी – सूक्ष्मदर्शी द्वारा अंगों की औतिक संरचना का अध्ययन
- हीमेटोलॉजी – रुधिर एवं रुधिर रोगों का अध्ययन
- हेल्मिन्थोलॉजी – परजीवी कृमियों का अध्ययन
- हर्पेटोलॉजी – उभयचारियों एवं सरीसृपों का अध्ययन
- इक्थियोलॉजी – मछलियों का अध्ययन
- इम्यूनोलॉजी – संक्रमण के विरुद्ध जंतु शरीर के प्रतिरोध का अध्ययन
- कैरियोलॉजी – केन्द्रक का अध्ययन
- मार्फोलॉजी – जंतुओं की आकृति एवं रचना का अध्ययन
- मायोलॉजी – पेशियों का अध्ययन
- मेमेलोलॉजी – स्तनधारियों का अध्ययन
- मेलेकोलॉजी – मोलस्का एवं इनके खोलों का अध्ययन
- मॉलिक्युलर बायोलॉजी – आणविक स्तर पर जंतुओं की रासायनी का अध्ययन
- माइक्रोबायोलॉजी – अतिसूक्ष्म जीवों का अध्ययन
- न्यूरोलॉजी – तंत्रिका तंत्र का अध्ययन
- ऑस्टियोलॉजी – कंकाल तंत्र का अध्ययन
- ओडोन्टोलॉजी – दन्त विज्ञान संबंधी अध्ययन
- ऑर्गेनोलॉजी – अंग विज्ञान संबंधी अध्ययन
- ऑर्निथोलॉजी – पक्षियों का अध्ययन
- ऑफियोलॉजी – साँपों का अध्ययन
- फीजियोलॉजी – शरीर के विभिन्न भागों के कार्य एवं कार्य विधियों का अध्ययन
- पारासिटोलॉजी – परजीवी जीवों का अध्ययन
- पैथोलॉजी – रोगों की प्रकृति, लक्षणों एवं कारणों का अध्ययन
- बॉयोमिक्स – जन्युओं के तंत्रिका तंत्र का अध्ययन
- सायटोलॉजी – कोशिकाओं का बहुमुखी अध्ययन
- क्रेनिओलॉजी – करोटि का अध्ययन
- इकोलॉजी – सजीव एवं निर्जीव वातावरण से जीवों के विविध संबंधों का अध्ययन
- एक्सटर्नल मॉर्फोलॉजी – जीवों के शरीर की बाहरी संरचना का अध्ययन
- एंडोक्राइनोलॉजी – अन्तःस्त्रावी तंत्रों का अध्ययन
- इथोलॉजी – जंतुओं के व्यव्हार का अध्ययन
- एम्ब्रायोलॉजी – भ्रूणीय परिवर्धन का अध्ययन
- इवोल्यूशन – जीव जंतुओं का उद्भव एवं विभेदीकरण का इतिहास
- यूजेनिक्स – आनुवांशिकी के सिद्धांतों द्वारा मानव जाती की उन्नति का अध्ययन
- यूफेनिक्स – कोशिकाओं में जीन →RNA →प्रोटीन श्रंखला में परिवर्तन करके मानव जाति की उन्नति का अध्ययन
वनस्पति विज्ञान की शाखाएँ ( Branches of Botany )
- एग्रोस्टोलॉजी – घासों का अध्ययन एवं पालन
- बायोमेट्रिक्स – जीव वैज्ञानिकों के प्रेक्षणों का गणितीय विवेचन
- हिस्टोलॉजी – ऊतकों का अध्ययन
- एल्गोलॉजी – शैवालों का अध्ययन
- एन्थोलॉजी – फूलों का अध्ययन
- एनाटोमी – आतंरिक संरचना का अध्ययन
- टेक्सोनॉमी – पादप वर्गीकरण का अध्ययन
- स्पर्मोलॉजी – बीजों का अध्ययन
- स्पेसबायोलॉजी – अंतरिक्ष ततः वायुमण्डल में स्थित पादपों का अध्ययन
- फाइटोजिओग्राफी – पौधों के वितरण एवं उनके कारणों का अध्ययन
- टेरिडोलॉजी – टेरिडोफाइट्स का अध्ययन
- बैक्टीरियोलॉजी – जीवाणुओं का अध्ययन
- ब्रायोलॉजी – ब्रायोफाइटा का अध्ययन
- केसीडियोलॉजी – पादप में रोगजन्य गाँठों, पादप कैंसर का अध्ययन
- साइटोलॉजी – कोशिकाओं का अध्ययन
- डेंड्रोलॉजी – वृक्षों एवं झाड़ियों का अध्ययन
- डेंड्रोकोनोलॉजी – वृक्षों की आयु का अध्ययन
- इकोलॉजी – पौधों का वातावरण से संबंध का अध्ययन
- इकोनॉमिक बॉटनी – आर्थिक महत्त्व के पौधों का अध्ययन
- एम्ब्रियोलॉजी – युग्मकों के निर्माण, निषेचन एवं भ्रूण के परिवर्धन का अध्ययन
- इथेनोबॉटनी – आदिवासियों द्वारा पादप के उपयोग का अध्ययन
- इवोल्यूशन – सजीवों के विकास प्रक्रम का अध्ययन
- एक्सोबॉयोलॉजी – अन्य ग्रहों पर संभावित जीवों की उपस्थिति का अध्ययन
- फ्लोरीकल्चर – सजावटी फूलों का संवर्धन एवं अध्ययन
- फॉरेस्ट्री – वनों का अध्ययन
- जेनेटिक्स – आनुवांशिकता एवं विभिन्नताओं का अध्ययन
- जेनेटिक इंजीनियरिंग – कृत्रिम जीन का निर्माण एवं स्थानांतरण का अध्ययन
- जेरोन्टोलॉजी – आयु के साथ जीवों में होने वाले परिवर्तन का अध्ययन
- हेरीडिटी – पैतृक लक्षणों का संतति में पहुंचने का अध्ययन
- लाइकेनोलॉजी – लइकनों का अध्ययन
- लिम्नोलॉजी – झीलों तथा अलवणीय जलीय पादपों का अध्ययन
- माइक्रोबायलॉजी – सूक्ष्म जीवों का अध्ययन
- मार्फोलॉजी – पादपों का आकारीय संरचना का अध्ययन
- माइकोलॉजी – कवकों (फफूंद) का अध्ययन
- माइकोप्लाजमोलॉजी – माइकोप्लाज्मा का अध्ययन
- निमेटोलॉजी – निमेटोड्स का पादपों का साथ संबंध का अध्ययन
- पेलियोबॉटनी – पादप जीवाश्मों का अध्ययन
- पेलिनोलॉजी – परागकणों का अध्ययन
- पैथोलॉजी – पादप रोगों व उपचार का अध्ययन
- पिडोलॉजी – मृदा का अध्ययन
- पेरासिटोलॉजी – पोषिता तथा परजीवियों का संबंध का अध्ययन
- फाइकोलॉजी – शैवालों का अध्ययन
- फार्मेकोलॉजी – औषधीय पादपों का अध्ययन
- फिजियोलॉजी – विभिन्न पादप जैविक क्रियाओं का अध्ययन
- पॉमोलॉजी – फलों का अध्ययन
- एग्रोनोमी – फसली पादपों का अध्ययन
- बायोटेक्नोलॉजी – प्रोटोप्लास्ट का पृथक्करण एवं संवर्धन का अध्ययन
- रेडिएशन बायोलॉजी – विभिन्न उपकरणों का पादपों पर प्रभाव व उत्परिवर्तन का अध्ययन
- फाइटोफिजिक्स – भौतिक सिद्धांतों उपापचय में महत्त्व का अध्ययन
- बॉयोकेमिस्ट्री – सजीवों में कार्बनिक पदार्थों का अध्ययन
- वायरोलॉजी – विषाणुओं का अध्ययन
- हार्टीकल्चर – फल, सब्जियों तथा उद्यान पादपों का संवर्धन का अध्ययन
- मॉलिक्युलर बायोलॉजी – न्यूक्लिक अम्लों ( DNA व RNA ) का अध्ययन
- सिल्वीकल्चर – वनीय वृक्षों तथा उनके उत्पादों का संवर्धन व अध्ययन
- टिश्यू कल्चर – कृत्रिम माध्यम पर ऊतकों का संवर्धन का अध्ययन
- हिस्टोकेमिस्ट्री – कोशिकाओं एवं ऊतकों में विभिन्न रासायनिक पदार्थों की स्थिति का अध्ययन
विज्ञान की प्रमुख शाखाओं के जनक
- जन्तु विज्ञान – अरस्तु
- आनुवांशिकी – जी. जे. मेण्डल
- विकिरण आनुवांशिकी – एच जे मुलर
- आधुनिक आनुवांशिकी – बेटसन
- आधुनिक शारीरिकी – एंड्रियास विसैलियस
- रक्त परिसंचरण – विलियम हार्वे
- वर्गिकी – केरोलस लीनियस
- चिकित्सा शास्त्र – हिप्पोक्रेट्स
- उत्परिवर्तनवाद – ह्यूगो डी ब्रीज
- माइक्रोस्कोपी – मारसेलो माल्पीजी
- जीवाणु विज्ञान – रॉबर्ट कोच
- प्रतिरक्षा विज्ञान – एडवर्ड जेनर
- जीवाश्म विज्ञान – लिओनार्डो दी विन्ची
- सूक्ष्म जैविकी – लुई पाश्चर
- जिरोंटोलॉजी – ब्लादिमीर कोरनेचेवस्की
- एंडोक्राइनोलॉजी – थॉमस एडिसन
- आधुनिक भ्रूणिकी – कार्ल ई वॉन वेयर
- वनस्पति शास्त्र – थियोफ्रेस्टस
- पादप रोग विज्ञान – ए. जे. बटलर
- पादप क्रिया विज्ञान – स्टीफन हेल्स
- बैक्टिरियोफेज – टवार्टव दीहेरिल
- सुजननिकी – फ्रांसिस गाल्टन