संविधान सभा की प्रमुख बैठक
संविधान सभा की प्रमुख बैठक और उनके परिणाम इस प्रकार हैं:-
- संविधान सभा पहली बैठक 9 दिसंबर 1946 में किया गया। जिसके अस्थाई अध्यक्ष सच्चिदानंद सिन्हा थे।
- 11 दिसंबर 1946 में डॉ राजेंद्र प्रसाद को संविधान सभा का स्थाई अध्यक्ष बनाया गया।
- 13 दिसंबर 1946 में प. जबाहरलाल नेहरू द्वारा उद्देश्य प्रस्ताव लाया गया। जिसे 22 जनवरी 1947 में स्वीकार किया गया।
- सविधान के निर्माण में 2 बर्ष 11 माह 18 दिन का समय लगा था।
- संविधान के निर्माण में लगभग 64 लाख रुपये खर्च हुए। (रुपये = 63,96,729)
- संविधान में 395 अनुच्छेद 8 अनुसूची 22 भाग बनाये गए थे।
- वर्तमान में लगभग 475 अनुच्छेद 12 अनुसूची और 25 भाग हैं।
संविधान के सभी प्रारूपों पर 114 दिन की बहस चली। और 24 जनवरी 1950 को 284 सदस्यों ने प्रारूप पर हस्ताक्षर कर अपनी सहमति प्रदान की। इन सदस्यों में आठ (8) महिलाएं थीं।
श्री बी एन राव (B. N. Rao) को प्रथम संवैधानिक सलाहकार बनाया गया।
26 नवंबर 1949 में संविधान सभा द्वारा संविधान अंगीकृत किया गया। और इसी दिन 16 अनुच्छेद लागू किये गए। (16 अनुच्छेद – 5, 6, 7, 8, 9, 60, 324, 366, 367, 369, 380, 388, 391, 392, 393, 394)
26 नवंबर को संविधान सभा द्वारा “विधि दिवस” के रूप में मनाने का निर्णय लिया गया। 2015 से भीमराव अंबेडकर की 125वीं जयंती के उपलक्ष्य में 26 नवंबर को “संविधान दिवस” के रूप में मनाने का निर्णय लिया गया।
24 जनवरी 1950 को संविधान सभा की अंतिम बैठक करवाई गई। और 26 जनवरी 1950 में भारत का संविधान लागू किया गया।
26 जनवरी को संविधान लागू करने का कारण
31 दिसंबर 1929 में पं. जबाहरलाल नेहरू ने लाहौर के रावी नदी के तट पर तिरंगा झण्डा फहराते हुए “पूर्ण स्वराज” की मांग की। और साथ ही 26 जनवरी 1930 को भारत की जनसभा को संबोधित करते हुए यह भी निश्चित किया कि जब भी स्वतंत्र होंगे अपना संविधान 26 जनवरी को ही लागू करेंगे।