सम्प्रेषण कौशल दो शब्दों से मिलकर बना है- (1) सम्प्रेषण, (2) कौशल।
कौशल का अर्थ होता है 'कुशलता से कार्य करने की योग्यता' (Ability to work with cleverness) जबकि सम्प्रेषण का अर्थ "सूचनाओं तथा भावनाओं का एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति को आदान-प्रदान करना होता है।" अतः सूचनाओं, तथ्यों तथा विचारों का कुशलता से आदान-प्रदान करना ही सम्प्रेषण कौशल कहलाता है। सम्प्रेषण करना मानव की प्रवृत्ति है। बिना सम्प्रेषण के कोई कार्य पूरा नहीं हो सकता।