यह सम्प्रेषण शैक्षिक उद्देश्यों की प्राप्ति के लिये किया गया सम्प्रेषण है।
सन्देश देने वाला व्यक्ति शिक्षक तथा सन्देश ग्रहण करने वाला व्यक्ति छात्र होता है।
सन्देश की विषयवस्तु पाठ्यक्रम से या पाठ्य सहगामी क्रियाओं से सम्बन्धित होती है।
छात्रों को समझाने के लिये शाब्दिक तथा अशाब्दिक दोनों ही प्रकार के सम्प्रेषणों का प्रयोग किया जाता है।
प्रभावशाली शिक्षण के लिये प्रभावशाली शैक्षिक सम्प्रेषण होना आवश्यक है।
Stay updated via social channels