लेखिका को देखकर ‘की’ इसलिए हक्का-बक्का रह गया क्योंकि लेखिका उससे पहले साउथ कोल कैंप पर पहुँच चुकी थी, जबकि वह साउथकोल की ओर ऊपर बढ़ रहा था। उसने देखा लेखिका कैंप में विश्राम न करके उसके लिए चाय और जूस लिए नीचे उतरती आ रही है जबकि उसे कैंप में आराम करना चाहिए। लेखिका में ऐसी सेवा, सहयोग की भावना, एवं संवेदनशीलता देखकर ‘को’ हक्का-बक्का होना ही था।