लेखिका के तंबू में गिरा बर्फ़ का पिंड बहुत भयानक था। वह ल्होत्से ग्लेशियर से टूट कर नीचे गिरा था। उसके कारण एक विशाल हिमपुंज का निर्माण हो गया था। यह हिमपिंड अपने में अनेक बड़े-बड़े हिमखंडों को समाए हुए था। यह विशाल हिमखंड एक्सप्रेस रेलगाड़ी की तेज़ गति और भयंकर आवाज के साथ ढलान से नीचे, आया था। इसके कारण पर्वतारोहियों को कैंप पूरी तरह तहस-नहस हो गया। आश्चर्य की बात यह रही कि चोट सभी को लगी किंतु मरा कोई नहीं।