टेफ्लॉन का उपयोग नॉनस्टिक बर्तन पर ऊष्मा प्रतिरोधी परत चढ़ाने में किया जाता है। टेफ्लान या पॉलीटेट्राफ्लूरोएथिलीन (Polytetrafluoroethylene – PTFE) एक संश्लेषित फ्लूरो-बहुलक है। PTFE बहुत ही कठोर पदार्थ है। इस पर ऊष्मा, अम्ल तथा क्षार का प्रभाव नहीं पड़ता है। टेफ्लॉन विद्युत धारा का कुचालक होता है।
टेफ्लान के उपयोग
आजकल दो पहिया और चौपहिया वाहनों के पेन्ट की सुरक्षा के लिए टेफ्लान कोटिंग की जाती है, ताकि पेन्ट को स्क्रैच न लगे।
टेफ्लान का रासायनिक नाम पॅाली टेट्रा फ्लुओरो एथिलीन है। यह एक कठोर धातु की श्रेणी में आता है। टेफ्लान का गुण कठोर और अत्यधिक चिकना होता है। टेफ्लान न गलता है और न सड़ता है। जलाए जाने पर भी कुछ न कुछ अवशेष बचता है।
किसी भी गाड़ी के इंजन ब्लाक मे टेफ्लान निर्मित पिस्टन का इस्तेमाल किया जाए तो इंजन की कार्यक्षमता बढ़ जाएगी। क्योंकि टेफ्लान सख्त और बहुत ज़्यादा चिकनी धातु है। इंजन का पिस्टन न के बराबर घिसेगा और पिकअप और फ्यूल एवरेज कई सालों तक शानदार रहेगा।
जब प्लास्टिक का अविष्कार हुआ था पूरी दुनिया बदल गई थी। इसी तरह टेफ्लान के नए नए उपयोग से पूरी दुनिया मे एक नई क्रांति आ सकती है।
निकट भविष्य मे टेफ्लान निर्मित हवाई जहाज बनाए जा सकते हैं जो क्रैश नही हुआ करेंगे बल्कि पतंग की तरह उड़ते हुए धीरे-धीरे जमीन पर उतर जाएंगे।