विद्युत अपघटनीय चालकता
यदि किसी पदार्थ या विलयन में विद्युत धारा का चालन या प्रवाह उनके आयनों के कारण होता है ऐसे ही हम उस पदार्थ या विलयन की विद्युत अपघटनीय चालकता कहते हैं। इस प्रक्रिया में इनके रासायनिक गुणों में बी परिवर्तन दिखाई देता है एवं इनकी चालकता धातु चालकता से कम होती है एवं जब हम इनका तापमान बढ़ा देते हैं तो इनकी चालकता भी बढ़ जाती है उदाहरण के लिए कुछ पदार्थ या विलयन निम्न प्रकार हैं जैसे पोटेशियम क्लोराइड, सोडियम क्लोराइड तथा अन्य विद्युत अपघट्य पदार्थ ।