चालकता का मापन
चालकता का मापन करने के लिए सबसे पहले हम उस विद्युत अपघट्य को लेते हैं जिसकी हमें चालकता ज्ञात करनी होती है उसके बाद हम सर्वप्रथम उसका एक विलयन तैयार करते हैं उससे एक सेल बनाते हैं जिसे हम सेल मैं हम व्हीट स्टोन ब्रिज की एक भुजा को जोड़ देते हैं उसके बाद फिर इस ब्रिज में 1000 cycle/sec की आवृत्ति की A.C. धारा को प्रवाहित किया जाता है तथा व्हीट स्टोन ब्रिज के दूसरे सिरे को उस सेल के दूसरी तरफ जोड़ देते हैं इसमें हम प्रतिरोधों को इस प्रकार से व्यवस्थित करते हैं कि गैल्वेनोमीटर का विक्षेप हमें शुन्य प्राप्त हो सके | इस पूरी प्रक्रिया में ताप को स्थाई रखते हैं तथा इस विधि से प्राप्त प्रतिरोध के व्युत्क्रम को ही उस विद्युत अपघट्य पदार्थ की चालकता कहा जाता है इसे हम निम्न सूत्र के द्वारा प्रदर्शित करते हैं जैसे
R= ( R1× R2 )/ R3
यहाँ पर R= अज्ञात प्रतिरोध तथा R1,R2,R3 ज्ञात प्रतिरोध है