विद्युत अपघटनीय चालकता को प्रभावित करने वाले कारक
आयनो की संख्या :- इस स्थिति मैं आयनो की संख्या अधिक होगी हो इसकी चालकता का मान भी अधिक होगा जबकि आयनो की संख्या जितनी कम होगी तो इसकी चालकता भी कम होगी क्योंकि जितने आयन होंगे उतनी ही विद्युत धारा प्रवाहित हो सकती है
आयनो का भार :- इस स्थिति मैं आयनो के भार का मान जितना अधिक होगा तो विद्युत अपघटनीय चालकता का मान भी उतना कम होगा क्योंकि जो भारी आयन होते हैं वे तेजी से गति नहीं कर पाते इसलिए इन की विद्युत अपघटनीय चालकता का मान कम होता है
अंतर आयनिक आकर्षण बल :- इस स्थिति में आयनों के बीच में जितना अधिक आकर्षण बल होगा तो उतनी कम मात्रा में विद्युत अपघटनीय चालकता का मान होगा यह इसलिए होता है जब आयनों के बीच आकर्षण बल लगता है तो इसके कारण इनके आयन गति नहीं कर पाते इसीलिए इसका मान कम होता है
सांद्रता का प्रभाव :- इस स्थिति में सांद्र विलयन में उपस्थित आई नो के मध्य कम गति होती है इसीलिए इस के विद्युत अपघटन ई चालकता का मान कम होता है अर्थात् जितना विलयन सांद्र होगा उसकी विद्युत अपघटनीय चालकता का मान भी उतना ही होगा ।
तापमान का प्रभाव :- ऐसी स्थिति में यदि सांद्र विलयन का तापमान बढ़ाते हैं तो जिसके कारण विलयन में उपस्थित आयनो की गति भी बढ़ जाती है इसीलिए तापमान बढ़ाने से विलयन की विद्युत अपघटनीय चालकता का मान भी बढ़ जाता है