सोरेन्सन (Sorenson) के अनुसार परिभाषा
"सामाजिक वृद्धि एवं विकाप से हमारा तात्पर्य अपने साथ और दूसरों के साथ भली-भाँति चलने की बढ़ती हुई योग्यता है।"
फ्रीमेन तथा शावल (Freeman and Showel) के शब्दों में परिभाषा
"सामाजिक विकास सीखने की वह प्रक्रिया है, जो समूह के स्तर, परम्पराओं तथा रीति-रिवाजों के अनुकूल अपने आपको ढालने तथा एकता, मेलजोल और पारस्परिक सहयोग की भावना के विकास में सहायक होती है।"
सामाजिक विकास का अर्थ (Meaning of Social Development)
जन्म के समय बालक इतना असहाय होता है कि वह समाज के सहयोग के बिना मानव प्राणी के रूप में विकसित नहीं हो सकता। अतः शिशु का पालन-पोषण प्रत्येक समाज अपनी विशेषताओं को विभिन्न कार्यों में प्रकट करता है। इसे बालक का सामाजिक विकास कहते हैं।