न्यूक्लियोटाइड यह न्यूक्लिक अम्ल की बुनियादी संरचनात्मक इकाई होती है। न्यूक्लियोटाइड एक न्यूक्लियोसाइड और एक फॉस्फेट समूह से मिलकर अणु होते हैं। वे डीएनए और आरएनए के बुनियादी निर्माण खंड हैं।
न्यूक्लियोटाइड (Nucleotide) जीवाणुओं और बाइओलॉजिक प्रणालियों में पाए जाने वाले मोलेक्यूल होते हैं जो जीवाणु के जीवन प्रक्रियाओं के लिए महत्वपूर्ण होते हैं, विशेषतः जीवाणु के जीनों के निर्माण में भागीदार होते हैं। एक न्यूक्लियोटाइड में तीन प्रमुख घटक होते हैं:
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आधार (Base): यह न्यूक्लियोटाइड का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा होता है और जीवाणु के जीनों की जानकारी को कोड करता है। चार प्रकार के आधार होते हैं: एडेनिन (Adenine), गुआनिन (Guanine), साइटोसिन (Cytosine), और थाइमिन (Thymine)। आधार जीनों के आरेखण के दौरान केवल अपने समर्थन आधार के साथ जुड़ सकते हैं (उदाहरण के लिए, एडेनिन गुआनिन के साथ जुड़ सकता है, लेकिन नहीं साइटोसिन के साथ)।
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डेऑक्सीराइबोन्यूक्लिक एसिड (Deoxyribonucleic Acid, DNA) या राइबोन्यूक्लिक एसिड (Ribonucleic Acid, RNA): न्यूक्लियोटाइड जीनों के जितने भी प्रकार होते हैं, वे इन दो प्रमुख प्रकारों में पाए जाते हैं। DNA और RNA जीनों के लिए भिन्न-भिन्न कार्यों में भागीदार होते हैं।
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फॉस्फेट (Phosphate): फॉस्फेट न्यूक्लियोटाइड के साथ जुड़े होते हैं और उन्हें एक लड़की श्रृंग के साथ बंध देते हैं। यह फॉस्फेट योजनाओं को सटीक ढंग से प्राप्त करने में मदद करता है और न्यूक्लियोटाइड को एक स्थिर संरचना में बांधता है।
न्यूक्लियोटाइड DNA और RNA के बिल्डिंग ब्लॉक्स होते हैं और ये जीवाणु के जीनों के लिए जानकारी को कोड करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।