कॉपर या ताँबा या ताम्र (अंग्रेज़ी - Copper) एक भौतिक तत्त्व है। इसका संकेत Cu है। इसकी परमाणु संख्या 29 और परमाणु भार 63.5 है। यह एक तन्य धातु है जिसका प्रयोग विद्युत के चालक के रूप में प्रधानता से किया जाता है।
मानव सभ्यता के इतिहास में तांबे का एक प्रमुख स्थान है क्योंकि प्राचीन काल में मानव द्वारा सबसे पहले प्रयुक्त धातुओं और मिश्रधातुओं में तांबा और कांसे (जो कि तांबे और टिन से मिलकर बनता है) का नाम आता है।
कॉपर या तांबा के गुण (Properties of Copper in Hindi)
- कॉपर या तांबा लाल भूरे रंग की लचीली और नर्म धातु होती है।
- कॉपर उष्मा का सबसे अच्छा संवाहक होता है।
- कॉपर बिजली का दूसरा सबसे अच्छा संवाहक होता है, तथा चांदी बिजली की सबसे अच्छी संवाहक धातु होती है, परन्तु चांदी की कीमत बहुत अधिक होने कारण बिजली के उपकरणों में चाँदी की जगह ताँबे का प्रयोग अधिक किया जाता है।
- कॉपर में रासायनिक प्रतिक्रिया बहुत कम होती है।
- नम हवा के संपर्क में आने पर ताँबे के ऊपर एक हरे रंग की परत बन जाती है जिसे पटिना कहते है, यह परत ताम्बे को वातावरण से होने वाले और अधिक नुक्सान से बचाती है।
- कॉपर की गिनती ऐसे कुछ धातुओं में होती है जिनका अलग रंग होता है, जबकि अधिंकांश धातु ग्रे और सिल्वर रंग की होती है।
- ऑक्सीजन, नाइट्रोजन और सल्फरडाईऑक्साइड पिघले हुए ताँबे में घुलनशील होती है।
- कॉपर ऑक्सीजन की उपस्थिति में नाइट्रिक एसिड और सल्फुरिक एसिड में बड़ी आसानी से घुल जाता है।
कॉपर के उपयोग (Uses of Copper in Hindi)
- प्राचीन समय में तांबा का उपयोग हाथ के औजार और सिक्के बनाने के लिए किया जाता था।
- कॉपर उष्मा का सबसे अच्छा संवाहक होता है, इसलिए इसका उपयोग हीटिंग सिस्टम, हीट एक्सचेंजर, रेफ्रिजरेशन ट्यूबिंग, AC ट्यूबिंग, कॉपर क्रूसिबल, बर्तन आदि बनाने के लिए किया जाता है।
- कॉपर का उपयोग मिश्रधातु बनाने के लिए किया जाता है, ताँबे के उपयोग से 400 से भी अधिक प्रकार के मिश्रधातु बनाए जाते है जिनमें अलग अलग प्रकार के गनमेटल, पीतल, कांसा, कॉपर-निकल आदि मिश्र धातुएं प्रमुख है। स्वर्ण में भी कुछ मात्रा में तांबा मिलाकर गहने बनाए जाते है।
- कॉपर की जंक प्रतिरोधक क्षमता बहुत अच्छी होती है इसलिए इसका प्रयोग पानी के पाइप और उनकी फिटिंग बनाने में, ऑयल और गैस लाइन बनाने में, रेनवाटर सिस्टम बनाने में में किया जाता है। समुद्री जहाजों के कई हिस्से और उपकरण भी ताँबे और ताँबे की मिश्रधातुओं से बनाए जातें है।
- कॉपर बिजली का दूसरा सबसे अच्छा संवाहक होता है, इसलिए इसका उपयोग बिजली के काम आने वाली जयादातर चीजे जैसे बिजली के तार, इलेक्ट्रोड, बिजली की मोटर आदि बनाने में होता है।
- कॉपर का यौगिक कॉपर सल्फेट का उपयोग कृषि में कीटनाशक रूप में किया जाता है, इसके अलावा कॉपर सल्फेट का उपयोग जल शोधन में तथा स्याही के लिए नीला वर्णक (पिग्मेंट) बनाने में किया जाता है।
- कपड़ो में रंगों को स्थाई बनाने के लिए ताँबे का यौगिक कॉपर क्लोराइड (CuCl2) का प्रयोग किया जाता है।
- कॉपर का यौगिक क्यूप्रस क्लोराइड (CuCl) एक जहरीला सफ़ेद पाउडर होता है, इसका उपयोग कार्बन-डाईऑक्साइड को अवशोषित करने के लिए किया जाता है।
- कॉपर का यौगिक कॉपर साइनाइड (CuCN) का उपयोग एलेक्ट्रोप्लेटिंग में किया जाता है।