जलवायु-परिस्थितियाँ (Climate) वह दैर्यदृष्टि में मौसम की और दिन-रात के तापमान, बादल, वायुमंडल, बर्फबारी, वर्षा, और अन्य मौसमी प्राकृतिक घटकों की स्थितियों का दीर्घकालिक (सालों तक) प्रकट रूप है। यह एक स्थायी आपसी संघटन होता है जो किसी क्षेत्र के मौसम के लिए औसत वायुमंडल, तापमान, और वर्षा पैटर्न को विश्लेषण करने के बाद स्थापित होता है। जलवायु-परिस्थितियाँ विश्व के विभिन्न भूभागों में अलग-अलग हो सकती हैं और वे ब्रह्मांड के अन्य घटकों से संबंधित होती हैं।
जलवायु-परिस्थितियों के मुख्य प्राकृतिक घटक निम्नलिखित होते हैं-
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तापमान (Temperature): तापमान क्षेत्र के वातावरण की गर्मी या ठंडक की मात्रा को दर्शाता है। यह जलवायु की एक महत्वपूर्ण गुणवत्ता होती है और यह निम्नलिखित प्रकार की हो सकती है: उष्णकालीन, शीतकालीन, मृदुशीतकालीन, और मानसूनी।
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वायुमंडल (Atmosphere): वायुमंडल क्षेत्र के ऊपरी हिस्से का नाम होता है और यह जलवायु प्रणाली की जीवन के लिए महत्वपूर्ण होता है। इसमें वायु के विभिन्न गैसों का मिश्रण होता है, जैसे कि ऑक्सीजन, नाइट्रोजन, कार्बन डाइऑक्साइड, और मेथेन।
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बर्फबारी और बर्फानी हल्का (Snowfall and Glaciation): बर्फबारी और बर्फानी हल्का जलवायु की एक प्रमुख विशेषता हो सकती है, जो ठंडे क्षेत्रों में होती है और जलवायु को प्रभावित कर सकती है।
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वर्षा (Precipitation): वर्षा क्षेत्र में पानी के रूप में गिरने वाली ऊर्जा की मात्रा को दर्शाती है, और यह जलवायु के प्रकार को प्रभावित करती है, जैसे कि सूखा, बर्फ, और बरसाती मौसम।
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मौसमी प्रणाली (Weather Patterns): विभिन्न प्रकार की मौसमी प्रणालियाँ, जैसे कि मानसून, तूफान, बंदरगाह, और साइक्लोन, जलवायु को अलग-अलग तरीके से प्रभावित करती हैं।
जलवायु-परिस्थितियाँ विश्व के विभिन्न क्षेत्रों में अलग-अलग होती हैं और व्यक्तिगत क्षेत्र के आधार पर इन्हें अध्ययन किया जाता है। इन परिस्थितियों का अध्ययन और समझना मौसम पूर्वानुमान और जलवायु विज्ञान में महत्वपूर्ण होता है, और यह हमारे जीवन कई प्रकार से प्रभावित कर सकता है।