वसा (Fats)
वसा कोशिकाओं में पाए जाने वाले वे कार्बनिक यौगिक हैं, जो जल में अविलेय हैं। ये ग्लिसरॉल के एस्टर होते हैं। वसा का निर्माण कार्बन, ऑक्सीजन व हाइड्रोजन तत्वों से होता है। वसा के रूप में हमारे शरीर में ऊर्जा संचित रहती है। शरीर को वसा से ही सबसे अधिक ऊर्जा प्राप्त होती है। हमारे शरीर में ठोस रूप में विद्यमान वसा को चर्बी एवं द्रव रूप में विद्यमान वसा को तैलीय वसा कहते हैं। ये चिकनी होती है तथा शरीर की ऊर्जा के केन्द्र कहलाती हैं।
वसा के कार्य
- वसा हमारे शरीर को अधिक ऊर्जा प्रदान करती है।
- शरीर की त्वचा के लिये संग्रहित होकर शरीर को सुडौल बनाती हैं। अत्यधिक वसा युक्त भोजन के सेवन से हमारा शरीर बेडौल हो जाता है।
- वसा शरीर के आन्तरिक अंगों की बाह्य आघातों से रक्षा करती हैं तथा हमारी माँसपेशियों को शक्ति प्रदान करती हैं।