कोशिकाएँ दो प्रकार की होती हैं
- प्रोकैरियोटिक कोशिका (prokaryotic cells)
- यूकैरियोटिक कोशिका (eukaryotic cell)
प्रोकैरियोटिक (Prokaryotic)
ये प्रारंभिक 'कोशिकाएं हैं। इनका व्यास (Diameter) 0.1 से 0.5 माइक्रोमीटर के बीच होता हैं। ये एक कोशिकिय होते है। इनमे केन्द्रक कला नहीं पायी जाती है। प्रोकैरियोटिक कोशिका में कोई स्पष्ट केन्द्रक नहीं होता है। केन्द्रकीय पदार्थ कोशिका द्रव में बिखरे होते हैं। इन कोशिकओं के कलाविहीन केन्द्रक को आरंभी केन्द्रक कहते हैं। इन कोशिकओं में क्लोरोप्लास्ट, गॉल्जीबाड़ी, तारककाय, माइक्रोकान्ड्रिया तथा अन्तः द्रव्यीजालिका (E.R.) नहीं पायी जाती है। फिर भी 70S प्रकार के राइबोसोम्स पाये जाते हैं तथा इनमें डीएनए हिस्टोन प्रोटीन से सम्बद्ध नहीं होता है।
नीले-हरे शैवालों तथा जीवाणुओं में ये कोशिकाएं पायी जाती हैं। इनमें केन्द्रक के चारों और पायी जाने वाली झिल्ली अनुपस्थित होती हैं
यूकैरियोटिक (Eukaryotic)
इस कोशिका में केन्द्रक मोजूद होते है जिसमे यह आनुवंशिक सूचनाएँ एकत्रित रखते है. यह बहुकोशिकीय वाले सूक्ष्मजीव में पाए जाते है उदहारण के लिए मनुष्य, जानवर आदि। इनका व्यास (Diameter) 10 से 100 माइक्रोमीटर के बीच होता है. इनका निर्माण लैंगिक तथा अलैंगिक जनन (Sexual & Asexual Reproduction) से हो सकता है।