तुल्यांकी चालकता
तुल्यांकी चालकता को हम इस प्रकार से समझेंगे यदि यह ग्राम तुल्यांकी विद्युत अपघट्य को v विलयन के आयतन मे घोलने पर उस विलयन मे बनने वाले आयनों के द्वारा प्रवाहित की गई विद्युत धारा को ही हम तुल्यांकी चालकता कहते हैं अथवा हम कह सकते हैं की विशिष्ट चालकता और उस विलयन के आयतन का गुणनफल ही तुल्यांकी चालकता कहलाता है जिसमें हम 1 ग्राम तुल्यांक विद्युत अपघट्य को घोलते है इसे हम λeq प्रतीक के द्वारा दर्शाते हैं
λeq =K × V [ v = 1000/N ]
λeq =K ×1000/N [ N = नॉर्मलता ]
इस सूत्र की सहायता से हम तुल्यांकी चालकता की इकाई को निकाल सकते हैं
λeq =K × V [ v = 1000/N ]
λeq =K ×1000/N [ N = नॉर्मलता ]
λeq = Ω-1 cm-1 / eq L-1
λeq = Ω-1 cm-1 / eq cm-3
λeq = Ω-1cm2 eq-1 [eq = तुल्यांक ]
λeq = S cm2 eq
तुल्यांकी चालकता का SI मात्रक S cm2 eq होता है हम कुछ मोलर चालकता तथा तुल्यांकी चालकता के बीच जो संबंध है उनके बारे में पड़ेंगे
यहां पर λm = λeq होता है या कह सकते हैं कि मोलर चालकता तथा तुल्यांकी चालकता दोनों समान है जिन यौगिकों के अणु भार तथा उनका तुल्यांकी भार समान होता है इन के संबंध को हम ( λm = λeq ) से दर्शाते हैं
जिन यौगिकों के अणु भार तथा उनका तुल्यांकी भार सामान नहीं होता है तो इनके संबंध को हम ( λm = λeq/आवेश ) से दर्शाते हैं