ऊष्मा चालकता गुणांक
ऊष्मा चालकता गुणांक को हम इस प्रकार परिभाषित कर सकते हैं-"किसी पदार्थ की ऊष्मा चालकता गुणांक ऊष्मा की वह मात्रा है जो ताप के स्थायी दशा में एक वर्ग मीटर क्षेत्रफल वाले एक मीटर लम्बी छड़ के आमने-सामने के फलकों में से एक सेकण्ड में प्रवाहित होती है जबकि फलकों का (सिरों का) तापांतर एक अंश सेंटीग्रेड हो।
इसका SI मात्रक जूल/सेकण्ड/ मीटर/ °C है।"
ऊष्मा चालकता (थर्मल कण्डक्टिविटी) पदार्थों का वह गुण है जो दिखाती है कि पदार्थ से होकर ऊष्मा आसानी से प्रवाहित हो सकती है या नहीं। जिन पदार्थों की ऊष्मा चालकता अधिक होती है उनसे होकर समान समय में अधिक ऊष्मा प्रवाहित होती है (यदि अन्य परिस्थितियाँ, जैसे ताप का अन्तर, पदार्थ की लम्बाई और क्षेत्रफल आदि समान हों)। जिन पदार्थों की ऊष्मा चालकता बहुत कम होती हैं उन्हें ऊष्मा का कुचालक (थर्मल इन्सुलेटर) कहा जाता है। ऊष्मा चालकता के व्युत्क्रम (रेसिप्रोकल) को उष्मा प्रतिरोधकता कहते हैं।