सुमेरिया की सभ्यता की खोज 19 वीं शता. में हुई थी। काले पत्थर से निर्मित शिलालेख सूसा से 1901 ई. में मिला था। जिस पर बेबीलोनियन भाषा में कानूनी संहिता लिपिबद्ध थी। सर लियोनार्ड वूली ने ईरान के एक पुराने नगर में खुदाई का कार्य प्रारंभ करवाया। जिसमें मिट्टी की तख्तियां, इमारतों के खंडहर और कई कलात्मक वस्तुएं और राजाओं की समाधियां प्राप्त हुई। इन सभी स्त्रोतों का अध्ययन करने के बाद पता चला, कि मेसोपोटामिया की सभ्यता ही पारदर्श हुई है।
अतः हम कह सकते हैं, कि सुमेरिया सभ्यता का जन्म तथा विकास दजला-फरात नदियों की घाटी में हुआ था। प्राचीन काल में इसे मेसोपोटामिया कहा जाता था, जो आज का आधुनिक ईराक है।