पौराणिक कथाओं में यह बताया गया है की एक समय के लिए सौ साल का अकाल आ गया था जिसमें बहुत से ग्रंथ असंगठित हो गए थे तब वेदव्यास ने दुबारा इन वेदों और पुराणों को एक साथ संगठित किया था जब वेदव्यास इन वेदों को संगठित कर रहे थे तो उन्होंने इनको आसान बनाने के लिए भागो में बांट दिया जैसे कविता संविता और मंडल में बांट दिया था वेदव्यास वेदों को संगठित करने वाले है ना कि इनकी रचना करने वाले वेदों कि रचना तो ब्रह्मा के चार पुत्रो द्वारा हुई थी।