पाटलिपुत्र का पतन एवं कन्नौज का उत्थान गुप्तकाल के अन्तिम चरण में हुआ था। पाँचवीं शताब्दी ई० पूर्व में मगध साम्राज्य की राजधानी राजगृह से स्थानांतरित कर पाटलिपुत्र में बनाई गई।नंदों और मौयों के शासन काल में इस नगर का चातुर्दिक विकास हुआ। यूनानी राजदूत मेगास्थनीज ने इस नगर की यात्रा की एवं इसका विवरण लिखा। बाद में चीनी यात्री फाहियान एवं ह्वेनसांग भी यहाँ आए।गुप्तकाल तक पाटलिपुत्र शिल्प, व्यापार, शिक्षा और सांस्कृतिक गतिविधियों का केन्द्र बना रहा।गुप्तोत्तर काल से पाटलिपुत्र नगर का पतन हुआ।