मुगलों के पतन के कारण के रूप में आर्थिक संकट
मुगलों के शासन के अन्त में सामाजिक पतन के साथ-साथ आर्थिक पतन हुआ। इसके अन्त तक राजकोष में न तो अधिक धन बचा था न ही जागीरें। अधिकारियों को वेतन देना कठिन हो गया। कर का बोझ अधिक होने के कारण जमींदार एवं किसान असन्तुष्ट हो गए, जिससे आर्थिक संकट बढ़ गया।