मुगल साम्राज्य के पतन में औरंगजेब सबसे अधिक उत्तरदायी था। उसके शासन काल में मुगल साम्राज्य की कमजोरी सबको मालूम हो गई। मुगल सरदारों की विलासिता अधिक बढ़ गई। प्रशासनिक स्तर पर व्यापक भेदभाव एवं असन्तोष फैल गया। इससे उसके जागीरदारी व्यवस्था में गम्भीर संकट पैदा हो गया। उसने अपने राजनीतिक क्षेत्र में कई गलतियाँ की। उसने राजपूतों एवं मराठों को मित्र बनाने के बजाय शत्रु बनाया, जो उसके पतन का कारण बने।