इनसाइड कैलिपर के प्रकार
यह दो प्रकार के होते हैं
1.साधारण इनसाइड कैलिपर
इस प्रकार के कैलिपर में दो टाँगे होती हैं, जो कि ऊपर की ओर चौड़ी व नीचे की ओर टेपर में होती हुई नुकीली हो जाती हैं। इसकी दोनों टाँगें लगभग बाहर की ओर मुड़ी होती हैं। और इसके ऊपर वाले भाग में रिवेट द्वारा मजबूत जोड़ बना होता है। इस रिवेट को इस तरह पीटा जाता है, कि थोड़ा सा बल लगाने से कैलिपर की दोनों टाँगें खोली व बंद की जा सकें।
2.स्प्रिंग इनसाइड कैलिपर
इस प्रकार के कैलिपर में भी दो टाँगें होती हैं, इसमें भी दोनों टाँगे ऊपर चौड़ी व टेपर में होती हैं। तथा नीचे का प्वाइंट नुकीला व बाहर की ओर मुड़ा होता है। इसके ऊपर वाले सिरे या भाग ग्रूव देकर एक रिंग स्प्रिंग लगायी जाती है, इसलिए इसे स्प्रिंग इनसाइड कैलिपर कहते हैं।
इसके थोड़ा नीचे दोनों टांगों के बीच में एक लीवर डालकर एडजस्टिंग स्क्रू लगा दिया जाता है। इस स्क्रू के द्वारा ही दोनों टांगों को आसानी से एडजस्ट किया जाता है। और इस कैलिपर के द्वारी आसानी से बारीक माप ली जाती है।