अपभ्रंश 'का अर्थ है। Bacha hua ya tuta hua, Hindi bhasha ke vikas ke sandarbh me sanskrit SE प्राकृत भाषा बानी, प्राकृत SE apbhransh - या अपभ्रंश jo संस्कृती ka tuta ya badala hua roop hai, apbhransh SE। अधुनीक हिंदी का विकास हुआ! , अपभ्रंश शबद का अर्थ है तूता हुआ, ये बाचा हुआ, स्वरूप। बो किसि भवन में भी हो सकत, २- तद्भव। शबद। ततसम शबद क बडला हउ रोप हई जयस - हसत संस्कृत। का शबद है। इसक। बडाला हुआ रूप हठ। हय, नासिका - नैक, आकाशी - आक। , आदी। , संस्कृत के शबदो का बडा हुला रूप। हाय तद्भव। शबद कहे है, !!!