"और" दो वाक्यों या दो शब्दों को जोड़ने में प्रयुक्त होता है
"और" अधिक के लिए भी प्रयोग किया जाता है जैसे कि मुझे और घूमना है या मुझे कुछ आराम और चाहिए
इसके अलावा दूसरे के लिए भी जैसे " मुझे ये नही खाना, मुझे कुछ और दो"
एवं का मतलब "इसी प्रकार से", "ऐसे ही" "और भी" होता है जैसे कि मैं उसके सामने छोटा एवं कमजोर हूँ
तथा भी "और" की तरह ही प्रयोग किया जाता है इसके अलावा "वैसा ही" के लिए भी .. यथा नाम तथा गुण तो सुना ही होगा
व भी "और" की तरह जैसे सही व गलत, अमीर व गरीब