प्रजनन के प्रकार
विभिन्न तरीको से जीव उनके माता पिता से उत्पन्न होते हैं । ये सभी तरीके दो मुख्य वर्गों में विभाजित किये जा सकते हैं |
1:- अलैंगिक प्रजनन
2:- लैंगिक प्रजनन
अर्थात नये जीव या तो लैंगिक प्रजनन या अलैंगिक प्रजनन द्वारा उत्पन्न किया जा सकते है।
अलैंगिक प्रजनन
अधिकांश जंतुओं में प्रजनन की क्रिया के लिए संसेचन (शुक्राणु का अंड से मिलना) अनिवार्य है; परंतु कुछ ऐसे भी जंतु हैं जिनमें बिना संसेचन के प्रजनन हो जाता है, इसको आनिषेक जनन या अलैंगिक जनन (Asexual reproduction) कहते हैं।
अलैंगिक प्रजनन निम्नलिखित छह प्रकार का होता है
1. विखंडन (Fission)
2. मुकुलन (Budding)
3. बीजाणु का बनना (Spore formation)
4. पुनर्जनन (Regeneration)
5. खंडन (Fragmentation)
6. कायिक प्रवर्धन (Vegetative propagation)
लैंगिक प्रजनन
माता–पिता द्वारा अपनी सेक्स कोशिकाओं या युग्मकों (Gametes) का प्रयोग कर नए जीव या संतान को जन्म देने की क्रिया ‘लैंगिक प्रजनन’ कहलाती है| मनुष्य, मछलियाँ, मेढ़क, बिल्लियाँ और कुत्ते-ये सभी लैंगिक प्रजनन द्वारा संतान को जन्म देते हैं।