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अधोजिह्वा सबलिंगुअल लार ग्रंथि से app क्या समझते हैं

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अधोजिह्वा सबलिंगुअल लार ग्रंथि (Sublingual Gland)

यह प्रमुख लार ग्रंथियों में सबसे छोटी है. इनका एक जोड़ा जीभ के नीचे मुखगुहा के तल पर स्थित होता है. ये कई महीन वाहिनियों के द्वारा जबड़े व जीभ के नीचे खुलती हैं. लार का लगभग 5% इन ग्रंथियों से आता है. लार मुंह में सबलिंगुअल डक्टस की मदद से निकलता है, ये ज्यादातर श्लेष्म और चिपचिपा होता है. कभी-कभी, पत्थर यानी सियालोलिथ (sialoliths), लार संबंधी ग्रंथियों के नलिकाओं में होते हैं जो लार के प्रवाह को अवरुद्ध करते हैं और दर्द का कारण बनते हैं, प्रभावित ग्रंथि में सूजन भी करते हैं. अधिकतर, लारिथरी पत्थर सबमैण्डीबुलर ग्रंथि और कभी-कभी पैरोटिड को भी प्रभावित करते हैं.
इस लेख से हमने अध्ययन किया कि लार ग्रंथि लार को स्रावित करती है जिससे भोजन के पाचन में मदद मिलती है. इसमें 98% जल और 2% जल, श्लेष्म (म्यूसिन) तथा टायलिन एन्जाइम होता है. टायलिन भोजन की मण्ड को शर्करा में परिवर्तित करता है और म्यूसिन लुग्दी को चिकना बनाता है, जिससे भोजन सुगमतापूर्वक ग्रसिका की क्रमाकुंचन गति के द्वारा आमाशय में पहुँच जाता है.

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