in इतिहास
edited
मौर्यकाल की व्यापारिक गतिविधियों का वर्णन कीजिये

1 Answer

0 votes

edited

व्यापारिक  गतिविधियाँ

मौर्यकाल में अंतर्देशीय व्यापार के साथ-साथ विदेशी व्यापार भी किया जाता था। इस दौरान कुछ वस्तुओं व्यापार राज्य द्वारा भी किया जाता था, उन वस्तुओं को राजपण्य कहा जाता था। मौर्यकाल में देशी उत्पादों पर 4% तथा आयातित वस्तुओं पर 10% बिक्री कर वसूल किया जाता था।

व्यापारिक गतितिविधियों पर राज्य का नियंत्रण था। विदेशी व्यापार के लिए इस काल में ताम्रलिप्ति पूर्वी तट का महत्वपूर्ण बंदरगाह था, जहाँ से श्रीलंका के लिए जहाज़ जाते थे। पश्चिमी तट पट भड़ौच तथा सोपारा प्रमुख बंदरगाह थे।

Related questions

Follow Us

Stay updated via social channels

Twitter Facebook Instagram Pinterest LinkedIn
...