उत्प्रेरक
वह पदार्थ जो किसी रासायनिक अभिक्रिया के वेग को परिवर्तित कर देता है, परन्तु स्वयं अभिक्रिया के अन्त में मात्रा तथा संघटन की दृष्टि से अपरिवर्तित रहता है, उत्प्रेरक कहलाता है।
लक्षण
- उत्प्रेरक अभिक्रिया के दौरान अपरिवर्तित रहता है।
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उत्प्रेरक की सूक्ष्म मात्रा ही अभिक्रिया की गति को परिवर्तित करने के लिए पर्याप्त होती है।
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उत्प्रेरक क्रिया प्रारम्भ नहीं कर सकता है।
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उत्प्रेरक साम्यावस्था को प्रभावित नहीं करता है।