उपनेता प्रेमचंद ने लेखिका को हिमपात के खतरों से अवगत कराया। उसने बताया कि उनके अग्रिम दल ने कैंप एक तक का रास्ता साफ़ कर दिया है। यह कैंप हिमपात के ठीक ऊपर है। पुल बनाकर, रस्सियाँ बाँधकर तथा झंडियों से रास्ता चिह्नित कर दिया गया है। परंतु हिमपात अनियमित और अनिश्चित होता है। यद्यपि बीच में पड़ने वाली ग्लेशियर की नदी पर रास्ता बना दिया गया है किंतु हिमपात और अधिक हो गया तो रास्ता बनाने का काम फिर से करना पड़ सकता है।