उद्देश्य जनित जल की अनुपलब्धता जल संकट कहलाता है । सूखा जल संकट का ही कारण है। वर्षा में वार्षिक और मौसमी परिवर्तन के कारण जल संसाधन की उपलब्धता के समय और स्थान की विभिन्नता से है.। प्रायः जल की कमी इसके अतिशोषण, अतिउपयोग एवं समाज के विविध वर्गों में जल की असमान वितरण से उत्पन्न होती है। किसान खेतों पर अपने निजी कुँए और नलकूप के द्वारा भमि को संचित कर कृषि उत्पादन को बढ़ा रहे हैं । इससे भूमिगत जल-स्तर नीचे हो रहा है। गिर रहा है और जल संकट उत्पन्न हो रहा है।