पंचतंत्र का फारसी अनुवाद अबुल फजल ने किया। अबुल फजल का पूरा नाम अबुल फजल इब्न मुबारक था। इसका जन्म 14 जनवरी 1551 में हुआ था। अबुल फजल ने अकबरनामा एवं आइने अकबरी जैसे प्रसिद्ध पुस्तक की रचना की। 1573 ई. में इसका प्रवेश अकबर के दरबार में हुआ। वह असाधारण प्रतिभा, सतर्क निष्ठा और वफादारी के बल पर अकबर का चहेता बन गया। वह शीध्र अकबर का विश्वासी बन गया और शीध्र ही प्रधानमंत्री के ओहदे तक पहुँच गया। पंचतंत्र का फारसी अनुवाद कालांतर में खुसरो के काल में नौशीरवां के नाम से हुआ।