प्रतिचुंबकीय पदार्थों में परिणामी चुंबकीय आघूर्ण शून्य होता है; क्योंकि उनके परमाणुओं में आमतौर पर इलेक्ट्रॉनों की संख्या सम होती है। अनुचुंबकीय पदार्थों में परिणामी चुंबकीय आघूर्ण गैर-शून्य होता है; क्योंकि उनके परमाणुओं में अक्सर विषम संख्या में इलेक्ट्रॉन होते हैं। पतिचुंबकिय पदार्थ में इलेक्ट्रॉन युग्म में होने के कारण एक -दूसरे का चुम्बकीय आघूर्ण निरस्त कर देते हैं। अनुचुम्बकीय पदार्थ में आधिक्य इलेक्ट्रॉन का चक्रण एक ही दिशा में होने के कारण परिणामी चुम्बकीय आघूर्ण अशून्य होता है।