अर्जित प्रेरक
प्रेरकों के एक वर्ग को अर्जित प्रेरक (Acquired Motives) के रूप में जाना जाता है। इस प्रकार के प्रेरकों का उदय सामाजिक सम्पर्क के परिणामस्वरूप होता है। सामाजिक सम्पर्क के परिणामस्वरूप विकसित होने के कारण इन्हें सामाजिक प्रेरक भी कहा जाता है। अर्जित प्रेरक व्यक्ति के सामाजिक समायोजन में सहायक होते हैं। अर्जित प्रेरकों को दो वर्गों में बाँटा जाता है (i) व्यक्तिगत अर्जित प्रेरक तथा (ii) सामाजिक अर्जित प्रेरक।