छात्रों में सृजनात्मक क्षमता का विकास
वर्तमान समय में सर्वांगीण विकास के लिये छात्रों में सृजनात्मक चिन्तन के विकास की प्रमुख रूप से आवश्यकता अनुभव की जाती है। सृजनात्मक चिन्तन शिक्षण अधिगम प्रक्रिया को प्रभावी बनाने के लिये प्रमुख रूप से आवश्यक है। छात्रों में सृजनात्मक चिन्तन को विकसित करने के लिये सम्पूर्ण शिक्षा व्यवस्था में आवश्यक संशोधन करना आवश्यक है।
छात्रों में सृजनात्मक चिन्तन के विकास हेतु निम्न उपाय करने चाहिये -
1. पाठ्यक्रम सम्बन्धी उपाय (Curriculum related measures)
2. सृजनात्मक शिक्षकों की व्यवस्था (Arrangement of creative teachers)
3. खेल सम्बन्धी गतिविधियाँ (Game related activities)
4. रहस्यपूर्णगतिविधियाँ (Mysterious activities)
5. सामूहिक कार्य (Group work)
6. कला सम्बन्धी खेल (Drawing related games)