‘जल-अपघटन’ (hydrolysis) तथा ‘जलयोजन’ (hydration) पदों में अन्तर
जल-अपघटन से जल के H+ तथा OH– आयन लवण के क्रमश: ऋणायन तथा धनायन से क्रिया कर मूल अम्ल तथा मूल क्षार (original base) का निर्माण करते हैं। जैसे,
जलयोजन (hydration) में जल (H2O), लवण के अणु अथवा आयनों के साथ जुड़कर जलयोजित लवण (hydrated salt) या जलयोजित आयन (hydrated ion) बनाता है। जैसे,