सतत पोषणीय विकास
संसाधनों के अंधाधुध उपयोग पर लगाम लगाने की जरूरत है संसाधनों के विवेकपूर्ण उपयोग को संसाधन संरक्षण कहते हैं। संसाधन संरक्षण का अर्थ संसाधनों के प्रयोग को पूर्णतः रोकना नहीं है, बल्कि इस प्रकार से उपयोग करना है कि वर्तमान पीढी के साथ-साथ भावी पीढ़ी भी इनसे लाभान्वित हो सके। ऐसे विकास को ही सतत पोषण विकास कहते हैं।