भूकम्प के झटकों से उत्पन्न तरंगें भूगर्भीय तरंगें या भूकम्प तरंगें कहलाती हैं। आधारभूत रूप से भूकम्पीय तरंगें दो प्रकार की होती हैं-भूगर्भिक तरंगें तथा धरातलीय तरंगें। भूगर्भिक तरंगें उद्गम केन्द्र से ऊर्जा मुक्त होने के समय पैदा होती हैं और पृथ्वी के आन्तरिक भाग से होकर सभी दिशाओं में आगे बढ़ती हैं।इसलिए इन्हें भूगर्भिक तरंगें कहा जाता है । भूगर्भीय तरंगें भी दो प्रकार की होती हैं। इन्हें या प्राथमिक तरंगें तथा या द्वितीयक तरंगें कहा जाता है।