विद्युत विभवांतर Electric Potential Difference
वह कार्य जो एकांक आवेश को एक बिन्दु से दूसरे बिन्दु तक लाने में किया जाता है, को किसी धारावाही विद्युत परिपथ के दो बिन्दुओं के बीच विद्युत विभवांतर कहते हैं।
दूसरे शब्दों में, किसी दो बिन्दुओं यथा बिन्दु A तथा B, के बीच, विद्युत विभव में अंतर होता है, तो उस बिन्दु, जिसपर विभव ज्यादा हो से कम विभव वाले बिन्दु पर विद्युत धारा प्रवाहित होने लगती है या होती है। विद्युत विभव में यह अंतर विभवांतर या विद्युत विभवांतर कहलाता है।
दो बिन्दुओं के बीच विभवांतर में साम्यावस्था बनाये रखने के लिये ही विद्युत धारा एक बिन्दु से दूसरे बिन्दु की ओर प्रवाहित होती है।
अत: दो बिन्दुओं के बीच विभवांतर (V) = किया गया कार्य (W)/ आवेश (Q)
V = W/Q.....1
जहाँ, V=विभवांतरतथा W=किया गया कार्य तथा Q=विद्युत आवेश है।तीनों राशियों (परिमाणों), V, W तथा Q में से किसी दो के ज्ञात रहने पर तीसरे राशि की गणना समीकरण (i) की मदद से की जा सकती है।
विद्युत विभवांतर की SI मात्रक
विधुत विभवांतर SI मात्रक वोल्ट (V)है, जिसे इटली के भौतिक वैज्ञानिक अलेसान्द्रो वोल्टा के नाम पर रखा गया है। विधुत विभवांतर को अंग्रेजी के अक्षर Vद्वारा निरूपित किया जाता है।विद्युत विभवांतर की मात्रक वोल्ट (V)है,
किये गये कार्य W की मात्रक जूल (J)है तथाविद्युत आवेश (Q) की मात्रक कूलाम C है
अत: विभवांतर V की SI मात्रक
= Joule/Coulomb =J/C =JC-1
यदि किसी विद्युत धारावाही चालक के दो बिन्दुओं के बीच 1
कूलॉम (Coulomb) आवेश को को एक बिन्दु से दूसरे बिन्दु तक ले जाने में 1 जूल (Joule) कार्य किया जाता है, तो उन दो बिन्दुओं के बीच विभवांतर 1 वोल्ट (volt) होता है।
1V= 1J/1C
or, 1V=1JC-1
वोल्टमीटर (Voltmeter)
वोल्टमीटर (Voltmeter) एक यंत्र है, जिसके द्वार विभवांतर की माप की जाती है। वोल्टमीटर को विद्युत परिपद (Electric circuit) में सदैव उन दो बिन्दुओं के बीच पार्श्वक्रम (Parallel) में संयोजित किया जाता है जिनके बीच विभवांतर मापना होता है।