अगर पृथ्वी घूमना बंद हो जाएगी तो सर्वप्रथम दिन रात नही होंगे। जहा दिन है वहाँ पर रहने बाले लोग लगातार पड़ने बाले प्रकाश के तापमान से मर जाएंगे और जहाँ रात है बहा के लोग ठण्ड से मर जाएंगे। पृथ्वी के घूर्णन का विरोध एक आभासी बल करता है जिसे कोरियोलिस बल कहते है ,अतः कोरियोलिस बल भी समाप्त हो जाएगा जिससे पृथ्वी पर चलने बाली हवाएं केवल सीधी दिशाओं में ही चल पाएंगी जिसकी बजह से भारत में मानसून नही आएगा,और समुद्रों में जल धाराएं भी नही बनेगीं ,जिसकी बजह से समुद्र में तापमान का एवं नमक का वितरण नही हो पाएगा और समुद्री जीव मर जाएंगे । सबसे बड़ी बात तो यह है कि अगर पृथ्वी वास्तव में घूमना बंद कर दे तो पृथ्वी सूर्य के अंदर समा जाएगी क्योकि उसके घूर्णन बल से ही पृथ्वी सूर्य से संतुलन बनाकर रखती है।
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