उन्होनें गुजराती में नवजीवन पत्र का प्रकाशन किया राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने एक पत्रकार के रूप में इंडियन ओपिनियन, नवजीवन, यंग इंडिया, हरिजन जैसे अखबारों और पत्रिकाओं का संपादन और प्रकाशन भी किया। जबकि कुछ लोगों का मानना है कि गांधी मूलत : पत्रकार नहीं थे, वह जब देश को गुलामी की जंजीरों में बंधा देखे तब अपनी बातें अधिक से अधिक लोगों तक व्यापक रूप में पहुंचाने के लिए पत्रों को माध्यम बनाया।