(क) लता का गायन-समारोह बड़े हर्ष के साथ सूचित किया जाता है कि भारत की सुर-सम्राज्ञी लता मंगेशकर हमारे विद्यालय के मुख्य भवन में अपने स्वरों का जादू बिखेरने आ रही हैं। कार्यक्रम दिनांक 15 मार्च, 2013, सायं 6.00 बजे आरंभ होगा। सभी छात्र-छात्राएँ आमंत्रित हैं। समारोह-भवन में परिचय-पत्र लेकर आएँ। 5-45 के बाद किसी को अंदर आने की अनुमति नहीं होगी।
(ख) आज जिस स्वर-सम्राज्ञी का गायन आप सुनने जा रहे हैं, वे हैं भारत-कोकिला लता मंगेशकर। लता जी के नाम को कौन नहीं जानता? वे पिछले 50 सालों से भारत के संगीत-जगत और फिल्मी जगत में घटा-सी छाई हुई हैं। 50 साल बाद भी उनका स्वर किसी कुँआरी कन्या-सा पवित्र है। उन्होंने हजारों गाने गाए हैं, देश-विदेश में गाया है। आज वे मुख्य रूप से आपको भक्ति-संगीत सुनाएँगी और आपको अध्यात्म के सागर में डुबकी लगवाएँगी।