संभावी संसाधन – ऐसे संसाधन जो किसी क्षेत्र विशेष में मौजूद होते हैं । जिसे भविष्य में उपयोग लाये जाने की संभावना रहती है । जिसका उपयोग अभी तक नहीं किया गया हो जैसे-हिमालय क्षेत्र का खनिज, राजस्थान और गुजरात क्षेत्र में पवन और सौर ऊर्जा की असीम संभावनाएँ हैं।
संचित कोष संसाधन—ऐसे संसाधन भंडार जिसे उपलब्ध तकनीक के आधार पर प्रयोग में लाया जा सकता है। भविष्य की यह पूंजी है। नदी जल भविष्य में जलविधुत उत्पन्न करने में उपयुक्त हो सकते हैं। ऐसे संसाधन वन में या बाँधों में जल के रूप में संचित है।