वर्तमान भारतीय लोकतंत्र में अनेक दीर्घकालिक और समसामयिक समस्याएँ हैं, जो हमारा ध्यान आकर्षित करती हैं। इनमें से प्रत्येक समस्याओं को संकीर्ण दलीय राजनीति से ऊपर उठकर हल किए जाने की आवश्यकता है । इन समस्याओं में मुख्य रूप से महँगाई, बेरोजगारी, आर्थिक मंदी, ग्लोबल वार्मिंग, जलवायु परिवर्तन, विदेश नीति, आंतरिक सुरक्षा, रक्षा तैयारियाँ आदि कई ज्वलंत मुद्दे हैं, जिनपर काफी संजिदा बहस (चर्चा) की आवश्यकता है। लोकतंत्र की बड़ी चुनौतियों में लोकसभा और राज्य विधानसभा के चुनाव में होनेवाले अन्धाधुन्ध चुनावी खर्च, उम्मीदवारों के टिकट वितरण और चुनावों में : पारदर्शिता भी शामिल हैं। वंशवाद, परिवारवाद, जातिवाद, क्षेत्रवाद, गठबंधन की राजनीति, आपराधिक प्रवृति के उम्मीदवारों का चुनाव में टिकट देना इत्यादि भारतीय राजनीति में लोकतंत्र की गंभीर चुनौती है ।